
पटना: बिहार के नव-नियुक्त मंत्री दीपक प्रकाश एक बार फिर सुर्खियों में हैं। शपथ ग्रहण के बाद अपने विभाग का कार्यभार संभालने के पहले ही दिन उनका मीडिया प्रतिनिधियों के साथ तीखा विवाद हो गया। इस घटनाक्रम ने मंत्रालय में तनावपूर्ण माहौल पैदा कर दिया और विपक्ष को नया हमला करने का मौका दे दिया है।
पुराने बयान ने बढ़ाया नया बवाल
दीपक प्रकाश हाल ही में दिए गए अपने बयान—
“मैं मंत्री क्यों बना, पापा से पूछिए”
—की वजह से चर्चा में आए थे। विपक्ष ने इस टिप्पणी को ‘वंशवाद का स्वीकार’ बताया था, वहीं सोशल मीडिया पर यह बयान खूब ट्रेंड हुआ था। अब एक नया वीडियो सामने आया है जिसमें मंत्री पत्रकारों से तीखे लहजे में बहस करते दिख रहे हैं।
पहली ही बैठक में बढ़ा तनाव
सूत्रों के मुताबिक, दीपक प्रकाश विभाग की पहली आधिकारिक बैठक में पहुंचे थे। मीडिया ने उनसे कार्ययोजना और पिछले बयान पर उनकी स्पष्टता को लेकर सामान्य सवाल किए। बताया जा रहा है कि एक सवाल पर मंत्री असहज हो गए और बातचीत जल्द ही नोकझोंक में बदल गई।
हालात गंभीर होते देख मौजूद अधिकारियों ने बीच-बचाव किया और मंत्री को उनके कक्ष तक ले जाया गया। पत्रकारों से शांत रहने की अपील भी की गई।
वीडियो वायरल, विपक्ष का हमला तेज
घटना के तुरंत बाद पूरा मामला शांत तो हो गया, लेकिन वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया। विपक्ष ने आरोप लगाया है कि मंत्री का व्यवहार जनप्रतिनिधि के गरिमामय आचरण के खिलाफ है।
विपक्षी दलों का कहना है—
“जनता के सवालों से बचने वाला नेता मंत्रालय कैसे संभालेगा?”
मंत्रालय में इस घटना के बाद गहमागहमी का माहौल है, हालांकि दीपक प्रकाश की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया जारी नहीं की गई है।
नतीजा:
शपथ के बाद पहले ही दिन पैदा हुए इस विवाद ने साफ कर दिया है कि दीपक प्रकाश की मंत्री पारी चुनौतियों से भरी हो सकती है। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या वे जल्द ही स्थिति पर सफाई देंगे या विवाद और गहराएगा।