Thursday, December 11

PM मोदी ने दक्षिण गोवा में किया भगवान राम की एशिया की ‘सबसे ऊंची’ प्रतिमा का अनावरण, गूंज उठा परिसर—‘जय श्री राम’

पणजी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दक्षिण गोवा के पर्तागाली जीवोत्तम मठ में भगवान राम की 77 फीट ऊंची भव्य कांस्य प्रतिमा का अनावरण किया। यह प्रतिमा एशिया में भगवान राम की सबसे ऊंची प्रतिमा मानी जा रही है। प्रसिद्ध मूर्तिकार राम वी.एस. सुतार द्वारा निर्मित इस प्रतिमा का अनावरण मठ की 550वीं वर्षगांठ पर आयोजित ‘सार्ध पंचशतामनोत्सव’ के दौरान हुआ। पूरा समारोह जय श्री राम के नारों से गूंज उठा।

रामायण थीम पार्क, डाक टिकट और स्मृति सिक्के का भी हुआ शुभारंभ

समारोह में प्रधानमंत्री ने रामायण थीम पार्क गार्डन का उद्घाटन किया, एक विशेष डाक टिकट और स्मृति सिक्का जारी किया, और देशभर से आए श्रद्धालुओं को संबोधित किया। उन्होंने इससे पहले उडुपी के श्री कृष्ण मठ में पूजा कर लगभग एक लाख भक्तों के साथ लक्ष्मी कान्त गीता पारायण में भाग लिया।

77 फीट ऊंची प्रतिमा, बनाई किसने?

कांसे से निर्मित 77 फीट ऊंची भगवान राम की प्रतिमा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध शिल्पकार राम वी.एस. सुतार ने तैयार किया है। यही कलाकार दुनिया की कई प्रसिद्ध प्रतिमाओं के निर्माण के लिए जाने जाते हैं।

गोवा के CM ने दी बधाई, कहा—यह प्रतिमा बदलेगी गोवा की पहचान

गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि मठ की 550वीं वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री का आगमन और भगवान राम की एशिया की सबसे ऊंची प्रतिमा का अनावरण गोवा के लिए ऐतिहासिक क्षण है।
उन्होंने कहा—
“जिस तरह अयोध्या में राम मंदिर ने इतिहास रचा, उसी प्रकार यह प्रतिमा पर्यटन और सांस्कृतिक दृष्टि से गोवा की पहचान को नई ऊंचाई देगी। ऐसी प्रतिमा कहीं और नहीं है।”

देश-विदेश से पहुंचे लोग, बोले—‘यह हमारे लिए सौभाग्य का क्षण’

कार्यक्रम में शामिल श्रद्धालुओं ने कहा कि गोवा को अक्सर एक पार्टी डेस्टिनेशन के रूप में देखा जाता है, जबकि इसकी गहरी सांस्कृतिक जड़ें भी हैं, जिन्हें अब दुनिया के सामने लाना जरूरी है।
कई लोगों ने कहा कि वे अयोध्या नहीं जा पाए, इसलिए गोवा में भगवान राम की यह भव्य प्रतिमा उनके लिए एक पवित्र अवसर है।
विदेशों से भी बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे।

15,000 लोग पहले दिन पहुंचे, 11 दिनों में 1.2 लाख की उम्मीद

उत्सव समिति के संयोजक एस. मुकुंद कामत ने बताया कि पहले दिन देशभर से 15,000 से अधिक लोग पहुंचे।
11 दिवसीय उत्सव में लगभग 1.2 लाख लोगों के आने का अनुमान है। इन दिनों शंकर महादेवन, अनूप जलोटा सहित कई प्रख्यात कलाकार सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देंगे।

गोवा का सबसे प्राचीन वैष्णव मठ

श्री संस्थान गोकर्ण पर्तागाली जीवोत्तम मठ गौड़ सारस्वत ब्राह्मणों का पहला वैष्णव मठ है। यह 13वीं सदी में जगद्गुरु मध्वाचार्य द्वारा स्थापित द्वैत वेदांत परंपरा का पालन करता है। मठ का मुख्यालय दक्षिण गोवा के पर्तागाली शहर में कुशवती नदी के किनारे स्थित है।

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