Thursday, December 11

भारत के लिए खुशखबरी: अहमदाबाद करेगा 2030 कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी, 20 साल बाद लौटा आयोजन

नई दिल्ली: 20 साल बाद भारत फिर से कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी करेगा। अहमदाबाद को 2030 के राष्ट्रमंडल खेलों का मेजबान शहर बनाने की औपचारिक मंजूरी ग्लास्गो में कॉमनवेल्थ गेम्स की आमसभा की बैठक में दे दी गई। बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व संयुक्त सचिव (खेल) कुणाल, भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष पी.टी. उषा और गुजरात के खेल मंत्री हर्ष संघवी ने किया।

कॉमनवेल्थ स्पोर्ट के अध्यक्ष का बयान:
कॉमनवेल्थ स्पोर्ट के अध्यक्ष डॉ. डोनाल्ड रुकारे ने कहा, “यह कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए नए सुनहरे दौर की शुरुआत है। भारत युवा शक्ति, समृद्ध संस्कृति और अपार खेल-जुनून लेकर आता है। हम 2030 के खेलों के माध्यम से कॉमनवेल्थ गेम्स के अगले शतक की शुरुआत मजबूत स्थिति में कर रहे हैं।”

2030 के खेल विशेष होंगे क्योंकि यह कॉमनवेल्थ गेम्स के 100 साल पूरे होने का वर्ष है। भारत के लिए यह मेजबानी इसलिए भी अहम है क्योंकि देश 2036 के ओलंपिक खेलों की मेजबानी की दौड़ में भी है और अहमदाबाद को ही प्रस्तावित शहर के रूप में पेश किया गया है।

2010 में दिल्ली ने की थी मेजबानी:
भारत ने पिछली बार 2010 में दिल्ली में कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन किया था। 2030 में यह आयोजन अहमदाबाद में होगा, जिसने पिछले एक दशक में खेल ढांचे को नए स्तर तक पहुंचाया है। राष्ट्रमंडल खेल बोर्ड ने तकनीकी वितरण, खिलाड़ियों के अनुभव, बुनियादी ढांचे, प्रशासन और कॉमनवेल्थ खेल मूल्यों के आधार पर भारत को मेजबानी देने की सिफारिश की।

अहमदाबाद को नाइजीरिया के अबुजा शहर से कड़ी टक्कर मिली थी, लेकिन अंत में 2030 के खेलों के लिए अहमदाबाद को चुना गया। शहर ने हाल के महीनों में राष्ट्रमंडल भारोत्तोलन चैंपियनशिप, एशियाई एक्वेटिक्स चैंपियनशिप और फुटबॉल एएफसी अंडर-17 क्वालीफायर की सफल मेजबानी की है।

खेल ढांचे की तैयारी:
सरदार वल्लभभाई पटेल खेल परिसर इस आयोजन का मुख्य स्थल होगा। इसमें 1 लाख से अधिक दर्शकों की क्षमता वाला नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम, जलक्रीड़ा केंद्र, फुटबॉल स्टेडियम और इनडोर खेलों के दो मैदान शामिल होंगे। इसके अलावा खेल गांव में 3,000 लोगों के रहने की व्यवस्था होगी।

आईओए ने स्पष्ट किया है कि 2030 के खेलों में ग्लास्गो खेलों से हटाए गए निशानेबाजी, तीरंदाजी, कुश्ती समेत सभी प्रमुख खेल शामिल किए जाएंगे। इसके साथ ही पारंपरिक खेल जैसे कबड्डी और खो-खो भी कॉमनवेल्थ गेम्स का हिस्सा होंगे।

2030 के कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए अहमदाबाद तैयार है और यह भारत के खेल इतिहास में एक और गौरवपूर्ण अध्याय जोड़ने वाला है।

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