
कानपुर: रामादेवी फ्लाई ओवर पर शुक्रवार को दिल्ली से वाराणसी जा रही एक स्लीपर बस में अचानक आग लग गई। बस में सवार अधिकांश यात्री सो रहे थे, लेकिन मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों की त्वरित कार्रवाई से सभी यात्रियों की जान बच गई।
जानकारी के अनुसार, बस मंगला विहार के पास ट्रैफिक विकेट के पास से गुजर रही थी, तभी पीछे चल रहे वाहन सवारों ने चालक को आग लगने का इशारा किया। चालक समझ नहीं पाया, लेकिन पुलिस कर्मियों ने फौरन बस को रुकवाया और सो रहे यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला। इसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे।
घटना की गंभीरता: आग ने बस को पूरी तरह अपनी चपेट में ले लिया। इस कारण हाइवे पर लंबा जाम लग गया। आग बुझाने के लिए दमकल की छह गाड़ियां एक घंटे तक मशक्कत करती रहीं। इस दौरान यात्रियों के नकदी, जेवर और अन्य समान जलकर राख हो गए।
पुलिस और दमकल की भूमिका: ट्रैफिक इंस्पेक्टर राजेश कुमार मिश्रा, दारोगा वीरेंद्र सिंह यादव, हेड कांस्टेबल महेश बाबू और सिपाही साहिल खान, पुष्पेंद्र कुमार सहित अन्य पुलिसकर्मियों ने बस के पास दौड़कर यात्रियों को बाहर निकाला और उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले गए। बाद में दो क्रेन की मदद से जली हुई बस को हटाकर यातायात बहाल कराया गया।
आग लगने का कारण: जाजमऊ फायर स्टेशन के अग्निशमन अधिकारी राहुल नंदन ने बताया कि बस के एसी की गर्म हवा से छत पर रखा लगेज आग पकड़ गया, जिससे आग तेजी से फैल गई।
यात्रियों ने बताया कि बस की यात्रा में दो बार टायर पंचर होने और कई जगह जाम में फंसने के कारण बस लेट हो गई थी। आग लगते ही हाइवे पर खड़ी गाड़ियों और पुलिस की तत्परता ने समय रहते भयंकर दुर्घटना को टाल दिया।