Friday, December 12

Bihar

बिहार में महागठबंधन की हार और ‘INDIA’ गठबंधन की नई चुनौती
Bihar, Politics, State

बिहार में महागठबंधन की हार और ‘INDIA’ गठबंधन की नई चुनौती

पटना, 15 नवंबर 2025: बिहार चुनाव परिणाम ने एक बार फिर विपक्षी गठबंधन ‘INDIA’ के सामने कठिन सवाल खड़े कर दिए हैं। महागठबंधन को मिली करारी हार ने इस राजनीतिक गठबंधन की मजबूती पर गंभीर सवाल उठाए हैं। अब यह सवाल उठने लगा है कि क्या 'INDIA' ब्लॉक के विचार को नए सिरे से परिभाषित करने का समय आ चुका है? बिहार चुनाव में हार का असर 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में मिली हार के बाद विपक्षी दलों ने एकजुट होकर ‘INDIA’ ब्लॉक का गठन किया था, जो 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष की प्रमुख ताकत बनकर उभरा था। हालांकि, बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की हार ने गठबंधन के भीतर असहमति और विश्वास की कमी को उजागर कर दिया है। महागठबंधन के प्रयास के बावजूद, कांग्रेस, वामपंथी दलों और अन्य जातिगत पार्टियों को साथ लाने में आरजेडी सफल नहीं हो पाई, और यही कारण रहा कि जेडीयू-बीजेपी गठबंधन के खिलाफ विपक्ष एक मज...
बिहार चुनाव 2025: 9 सीटों पर कुछ सौ वोटों से तय हुई जीत-हार
Bihar, Politics, State

बिहार चुनाव 2025: 9 सीटों पर कुछ सौ वोटों से तय हुई जीत-हार

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के परिणामों में एनडीए गठबंधन ने शानदार जीत हासिल की, जबकि महागठबंधन 40 सीटों का आंकड़ा भी पार नहीं कर सका। हालांकि, कई सीटों पर बेहद कड़ा मुकाबला देखा गया, जहां जीत का अंतर कुछ सौ या कुछ दर्जन वोटों तक सिमट गया। ऐसे में कई उम्मीदवारों को बमुश्किल विजय प्राप्त हुई। आइए जानते हैं उन 9 सीटों के बारे में, जहां जीत-हार का अंतर बेहद कम रहा: 1. संदेश (आरा) – सिर्फ 27 वोटों से जीत आरा लोकसभा क्षेत्र की संदेश विधानसभा सीट पर जेडीयू के राधा चरण साह ने आरजेडी के दीपू सिंह को महज 27 वोटों से हराया। राधा चरण साह को 80,598 वोट मिले, जबकि दीपू सिंह को 80,571 वोट मिले। तीसरे स्थान पर जन सुराज के राजीव रंज राज रहे, जिन्हें 6,040 वोट मिले। 2. अगिआंव – 95 वोटों से बीजेपी की जीत अगिआंव सीट पर बीजेपी के महेश पासवान ने सीपीआई (एमएल) के शिव प्रकाश रंजन को सिर्फ 95 वोटो...
सियासी सन्नाटे में नीतीश की रफ्तार ने विपक्ष को हिलाया, लेकिन नई पारी में 4 बड़े सवाल
Bihar, State

सियासी सन्नाटे में नीतीश की रफ्तार ने विपक्ष को हिलाया, लेकिन नई पारी में 4 बड़े सवाल

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों ने केवल NDA की प्रचंड जीत का दावा पुख्ता नहीं किया, बल्कि यह भी साबित कर दिया कि "टाइगर अभी जिंदा है"। नीतीश कुमार ने चुनावी रणनीति और अपने खिलाफ उठे सवालों का ऐसा मुंहतोड़ जवाब दिया, जो वोटों के रूप में सुनामी बनकर सामने आया। जब चुनाव प्रचार अपने चरम पर था, तब पूरे बिहार में 31 अक्टूबर को मौसम ने अचानक करवट ली। भारी बारिश और खराब मौसम के चलते तमाम नेताओं का प्रचार ठप हो गया। हेलिकॉप्टर उड़ान नहीं भर पा रहे थे, और कई नेता अपने घरों में कैद हो गए थे। लेकिन नीतीश कुमार ने इन हालातों की परवाह किए बिना 500 किलोमीटर की यात्रा की और खराब मौसम में भी जनता के बीच जाकर संपर्क किया। इस दौरान उन्होंने करीब दो दर्जन विधानसभा सीटों पर दौरा किया और रोड शो तक किया। यही नहीं, मधुबनी जिले के झंझारपुर में पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा के घर में रुक कर नीतीश ने यह...
बिहार विधानसभा चुनाव 2025: अजित पवार की एनसीपी को झटका, 13 उम्मीदवारों की जमानत जब्त
Bihar, Politics, State

बिहार विधानसभा चुनाव 2025: अजित पवार की एनसीपी को झटका, 13 उम्मीदवारों की जमानत जब्त

पटना/मुंबई: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में अजित पवार की राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को बड़ा झटका लगा है। एनडीए से अलग होकर चुनाव लड़ी एनसीपी का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। पार्टी ने कुल 15 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे, जिनमें से 13 की जमानत जब्त हो गई। अजित पवार की पार्टी को महज 0.02% वोट ही मिले, जिससे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्राप्त करने का उनका सपना चूर हो गया। नतीजे चौंकाने वाले नतीजों के मुताबिक, एनसीपी के अधिकांश उम्मीदवारों को एक हजार वोट भी नहीं मिले। कुछ सीटों पर तो स्थिति इतनी खराब रही कि उम्मीदवारों को 500 वोट से भी कम मिले। सासाराम में एनसीपी के उम्मीदवार आशुतोष सिंह को मात्र 212 वोट मिले, जबकि नोटा को 369 वोट मिले। नौतन के उम्मीदवार जय प्रकाश को सिर्फ 186 वोट ही मिल पाए। इसके अलावा मनिहारी में सैफ अली खान को 2057 वोट, पारसा में बिपिन सिंह को 435 वोट, महुआ में...
बिहार चुनाव 2025: एनडीए की ऐतिहासिक जीत और सियासत पर असर
Bihar, Politics, State

बिहार चुनाव 2025: एनडीए की ऐतिहासिक जीत और सियासत पर असर

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के परिणामों ने राज्य की राजनीति के साथ-साथ राष्ट्रीय सियासत में भी हलचल मचा दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए ने बिहार में 202 सीटों के साथ ऐतिहासिक जीत दर्ज की। इस चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनी, जबकि जेडीयू दूसरे नंबर पर रही। इन नतीजों ने एक बार फिर साबित किया कि 'मोदी मैजिक' अभी भी प्रभावी है। आइए, जानते हैं कि इस चुनाव के परिणामों के राज्य और राष्ट्रीय राजनीति पर क्या गहरे प्रभाव पड़ने वाले हैं। 1. बीजेपी का शानदार प्रदर्शन, लोकसभा की हार को किया खत्म बिहार चुनाव में बीजेपी ने 101 सीटों पर चुनाव लड़ा और 89 सीटों पर जीत हासिल की। इससे यह साफ हो गया कि 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी का फीका प्रदर्शन अब इतिहास बन चुका है। मोदी के नेतृत्व में बिहार ने एक बड़ा जनादेश दिया है, जो आने वाले चुनावों में...
बिहार चुनाव में बंपर जीत, दिल्ली में बढ़ेगा असर: राज्यसभा में बदलाव की संभावनाएं
Bihar, Politics, State

बिहार चुनाव में बंपर जीत, दिल्ली में बढ़ेगा असर: राज्यसभा में बदलाव की संभावनाएं

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों ने न सिर्फ राज्य की राजनीति को बल्कि केंद्र की राजनीति को भी प्रभावित करने का रुझान दिखाया है। बिहार में एनडीए गठबंधन की शानदार जीत से राज्यसभा का गणित भी बदल सकता है, जो केंद्र सरकार के लिए अहम होगा। बिहार की चुनावी परिणामों ने यह संकेत दिया है कि राज्यसभा में एनडीए की स्थिति और मजबूत हो सकती है, जिससे केंद्र सरकार के लिए आगामी समय में विधायी कामकाज में कोई बड़ी रुकावट नहीं आएगी। बिहार के विधानसभा चुनाव और राज्यसभा का गणित बिहार विधानसभा की सीटों का असर राज्यसभा पर सीधे तौर पर पड़ता है, क्योंकि राज्यसभा में सीटों का बंटवारा राज्य की विधानसभा सीटों की संख्या पर निर्भर करता है। बिहार राज्य से कुल 16 राज्यसभा सीटें हैं, जिनमें वर्तमान में एनडीए के पास 10 और विपक्ष के पास 6 सीटें हैं। इनमें से 5 सीटें आरजेडी के पास और 1 कांग्रेस के पास है। इनमें से कई...
बिहार की राजनीति में ‘नीमो का जादू’—महिलाओं, युवाओं और जंगरलराज की स्मृतियों ने बदला पूरा खेल
Bihar, Politics, State

बिहार की राजनीति में ‘नीमो का जादू’—महिलाओं, युवाओं और जंगरलराज की स्मृतियों ने बदला पूरा खेल

बिहार की राजनीति इस बार एक ऐतिहासिक मोड़ से गुज़री है। जहाँ एक ओर नीमो का जादू चल गया, वहीं एनडीए ने महिलाओं, प्रथम बार वोट देने वालों और ‘जंगलराज’ की यादों को सटीक तरीके से कैश करते हुए विपक्ष को राजनीतिक रूप से लगभग समाप्त कर दिया। आज भी बिहार का वह दौर लोगों की स्मृतियों में ताज़ा है—जब शाम 4 से 6 बजे के बाद कोई भी बड़े परिवार का व्यक्ति घर से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं करता था।लूट, हत्या, बलात्कार, फिरौती—यह सब उस समय की सामान्य खबरें थीं।और सबसे दुर्भाग्यपूर्ण बात यह कि इन अपराधों को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त था। लालू–राबड़ी के शासन में वोट कैप्चरिंग और जंगलराज एक कड़वी सच्चाई मेरे बिहार राजनीति अध्ययन के अनुसार, लालू–राबड़ी शासन का आधार जातिगत वोट कैप्चरिंग पर था।इस रणनीति के सहारे सत्ता वर्षों तक बनी रही, लेकिन इसकी कीमत बिहार की जनता ने चुकाई— उद्योग ठप पर्यटन खत्म ...
बिहार चुनाव 2025: ‘जात-धर्म गया पाताल में’, विकास के नाम पर जनता ने की ऐतिहासिक क्रांति
Bihar, Politics, State

बिहार चुनाव 2025: ‘जात-धर्म गया पाताल में’, विकास के नाम पर जनता ने की ऐतिहासिक क्रांति

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 ने राज्य और देश की राजनीति में एक नया मोड़ ला दिया है। इस बार जनता ने जाति और धर्म के आधार पर वोटिंग की परंपरा को पूरी तरह पीछे छोड़ दिया और विकास, शांति व सुशासन को प्राथमिकता दी। एनडीए को मिली बंपर जीत इसी बदलाव का प्रमाण है। विशेष रूप से मुस्लिम महिलाओं की बड़ी आबादी ने भी एनडीए का समर्थन किया। सीमांचल की 24 सीटों में 18 पर एनडीए बढ़त पर है। मतदाताओं का यह बदलाव बता रहा है कि बिहार में अब विकास ही सबसे बड़ा मुद्दा बन गया है। यादव और मुस्लिम वोटरों ने राजद का साथ छोड़ारुझानों के मुताबिक, यादव और मुस्लिम वोटरों ने इस बार महागठबंधन का साथ नहीं दिया। राजद की सीटें 75 से घटकर 26-27 के आसपास सिमट रही हैं। सीमांचल क्षेत्र में एनडीए की बढ़त इस बात का संकेत है कि मुस्लिम वोटरों ने भी विकास के मुद्दे पर एनडीए को प्राथमिकता दी। राजनीतिक समीकरण बदलने का संके...
साथ चाहिए या नहीं… बिहार नतीजों के बाद कांग्रेस की भूमिका पर उठ रहे सवाल
Bihar, Politics, State

साथ चाहिए या नहीं… बिहार नतीजों के बाद कांग्रेस की भूमिका पर उठ रहे सवाल

नई दिल्ली/पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों ने महागठबंधन के सहयोगी दलों की रणनीति और भविष्य की संभावनाओं पर कई बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। एनडीए ने ऐतिहासिक जीत हासिल की है और 200 सीटों के पार जा रही है, जबकि महागठबंधन का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। इस बार कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद कमजोर रहा, जिसकी सीटें 5 से भी कम दिख रही हैं। कांग्रेस के साथ गठबंधन का फायदा हुआ या नुकसान?विशेषज्ञों का मानना है कि बिहार में लगातार दूसरी बार कांग्रेस के कमजोर प्रदर्शन ने महागठबंधन के दलों को सोचना मजबूर कर दिया है कि क्या कांग्रेस के साथ गठबंधन करना वास्तव में लाभकारी है। अगर ये दल अलग-अलग लड़ते, तो नतीजे चाहे जो भी होते, कम से कम उनके कार्यकर्ताओं का मनोबल तो बना रहता। यूपी और बंगाल में असरबिहार नतीजों का असर पड़ोसी राज्यों पर भी दिखाई देगा। उत्तर प्रदेश में सपा और कांग्रेस का गठबंधन है और 2027 क...
जोड़ी मोदी-नीतीश सुपरहिट, बिहार नतीजों से BJP में जोश, अगला टारगेट भी सेट
Bihar, Politics, State

जोड़ी मोदी-नीतीश सुपरहिट, बिहार नतीजों से BJP में जोश, अगला टारगेट भी सेट

नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में बीजेपी-जेडीयू के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन ने शानदार जीत दर्ज कर विपक्षी महागठबंधन को चारों खाने चित कर दिया। सत्ताधारी गठबंधन अब 207 सीटों पर आगे चल रहा है, जिसमें बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में 95 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। जेडीयू को 84 सीटें मिल रही हैं। एनडीए में शामिल अन्य दलों—एलजेपी 19, हम 5 और आरएलएम 4 सीटों पर आगे हैं। बीजेपी में जीत का उत्साह साफ नजर आ रहा है। पार्टी ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए पीएम मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जोड़ी को ‘दो भाई’ और ‘सुपरहिट’ करार दिया। बिहार बीजेपी ने लिखा, “जोड़ी मोदी–नीतीश के हिट हो गईल, बिहार के विकास फिर रिपीट हो गईल।” महागठबंधन को मिली करारी शिकस्तआरजेडी-कांग्रेस के नेतृत्व वाले महागठबंधन को केवल 29 सीटों पर बढ़त मिल रही है। आरजेडी को 24, कांग्रेस को 2 और वामदल को कुल 3 सीटें मिल रही ...